Agriculture Field Officer भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र हमेशा से रीढ़ की हड्डी के रूप में कार्य करता आया है। देश की बड़ी आबादी आज भी अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर है, और इसी कृषि व्यवस्था को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने में बैंकों की भूमिका बेहद अहम होती है। इसी दिशा में बैंकिंग प्रणाली में एक विशेष पद होता है – एग्रीकल्चर फील्ड ऑफिसर (Agriculture Field Officer – AFO)। यह अधिकारी किसानों और बैंकिंग संस्थानों के बीच एक सेतु का कार्य करता है, जिससे किसानों तक सरकारी योजनाओं, ऋण सुविधाओं और बीमा योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
AFO का मुख्य उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहयोग, कृषि ऋण, बीमा योजनाएं और सरकारी सब्सिडी से जोड़ना होता है, ताकि वे आधुनिक तकनीकों के साथ खेती को आगे बढ़ा सकें। यह पद केवल बैंकिंग क्षेत्र का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने और किसानों के जीवन स्तर को सुधारने का माध्यम भी है।
किसानों के लिए AFO की भूमिका और महत्व
एग्रीकल्चर फील्ड ऑफिसर का कार्य किसानों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने में मदद करना है। जब किसी किसान को नई फसल की बुवाई, सिंचाई के उपकरण या मशीनरी की खरीद के लिए धन की आवश्यकता होती है, तो यही अधिकारी उसे बैंक की योजनाओं, ब्याज दरों और पात्रता मानकों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। AFO यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को समय पर ऋण मिले और वे उस धन का सही उपयोग कृषि कार्यों में करें।
कई बार किसानों को ऋण या बीमा की जटिल प्रक्रियाओं की समझ नहीं होती, ऐसे में AFO उन्हें दस्तावेज़ों की तैयारी से लेकर आवेदन और स्वीकृति तक का पूरा मार्गदर्शन देता है। इस प्रकार यह पद किसानों की आर्थिक सुरक्षा के साथ-साथ बैंक की कार्यप्रणाली को भी ग्रामीण स्तर पर मजबूत करता है।
प्रमुख जिम्मेदारियाँ और कार्य प्रणाली
AFO की जिम्मेदारी केवल ऋण स्वीकृति तक सीमित नहीं होती। वह किसानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) और कृषि उपकरणों पर मिलने वाली सब्सिडी से जोड़ने का कार्य भी करता है। इसके साथ ही अधिकारी ऋण आवेदन की जांच, दस्तावेजों का सत्यापन और ऋण वितरण की निगरानी भी करता है।
जब फसल हानि या प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न होती है, तब AFO किसानों की सहायता करते हुए बीमा दावों की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाता है। इसके अलावा वह ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग ऐप्स और ऑनलाइन भुगतान प्रणाली के प्रति किसानों को जागरूक करता है, जिससे वे तकनीक के उपयोग में दक्ष बन सकें।
AFO का कार्य केवल वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं है, बल्कि वह किसानों को आधुनिक खेती, जैविक कृषि, सिंचाई प्रबंधन, फसल विविधीकरण और कृषि विपणन के बारे में भी दिशा देता है। यह पद वास्तव में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आमदनी बढ़ाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
योग्यता और चयन प्रक्रिया
एग्रीकल्चर फील्ड ऑफिसर (AFO) पद के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को कुछ निश्चित शैक्षणिक योग्यताएँ और चयन मानदंड पूरे करने होते हैं। सबसे पहले, उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा (विज्ञान संकाय) में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। विज्ञान विषय में विशेष रूप से कृषि, जीवविज्ञान या रसायन विज्ञान जैसे विषयों का होना वांछनीय माना जाता है। कुछ भर्ती अभियानों में कृषि, कृषि अभियंत्रण, पशुपालन, बागवानी, वनस्पति विज्ञान या संबंधित विषयों में स्नातक (B.Sc Agriculture) की डिग्री रखने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है।
चयन प्रक्रिया मुख्य रूप से लिखित परीक्षा, साक्षात्कार (Interview) और दस्तावेज़ सत्यापन के आधार पर की जाती है। प्रारंभिक चरण में उम्मीदवारों का मूल्यांकन उनके शैक्षणिक रिकॉर्ड और आवेदन पत्र के अनुसार किया जाता है। इसके बाद योग्य अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा या ऑनलाइन टेस्ट के लिए बुलाया जाता है, जिसमें कृषि ज्ञान, सामान्य बैंकिंग जागरूकता, गणितीय योग्यता और तार्किक तर्कशक्ति से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को साक्षात्कार चरण के लिए बुलाया जाता है, जहाँ उनकी संप्रेषण क्षमता, कृषि क्षेत्र की समझ और ग्रामीण विकास के प्रति दृष्टिकोण का मूल्यांकन किया जाता है। अंतिम चयन कुल अंक और पात्रता के आधार पर किया जाता है। चयनित अभ्यर्थियों को लगभग 360 दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करना होता है, जिसमें उन्हें बैंकिंग प्रक्रियाओं, कृषि ऋण और ग्रामीण वित्त प्रणाली की व्यावहारिक समझ प्रदान की जाती है।
प्रशिक्षण की विशेषताएँ और अनुभव
AFO का प्रशिक्षण कार्यक्रम बैंकिंग और कृषि दोनों क्षेत्रों के व्यावहारिक पहलुओं को समझाने पर केंद्रित होता है। प्रशिक्षण के दौरान उम्मीदवारों को यह सिखाया जाता है कि किस प्रकार किसानों के लिए ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए, और कैसे वित्तीय योजनाओं को ग्रामीण स्तर तक पहुँचाया जाए।
इस प्रशिक्षण में कृषि ऋण, फसल बीमा, कृषि परियोजना मूल्यांकन, और ग्रामीण विकास की नीतियों का गहन अध्ययन कराया जाता है। प्रशिक्षुओं को खेतों में जाकर किसानों से संवाद स्थापित करने, उनकी समस्याओं को समझने और समाधान सुझाने की क्षमता विकसित करनी होती है। इस अवधि में वे बैंकिंग नियमों, फील्ड सर्वेक्षण और सरकारी नीतियों से भी परिचित होते हैं।
यह प्रशिक्षण उम्मीदवारों को न केवल एक सक्षम बैंकिंग अधिकारी बनाता है, बल्कि उन्हें सामाजिक दृष्टिकोण से भी परिपक्व बनाता है, ताकि वे किसानों के हित में बेहतर निर्णय ले सकें।
करियर संभावनाएँ और भविष्य के अवसर
AFO के रूप में करियर की शुरुआत उन युवाओं के लिए एक शानदार अवसर है जो कृषि और बैंकिंग दोनों क्षेत्रों में स्थायी भविष्य की तलाश में हैं। यह पद केवल नौकरी नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम है, जहां अधिकारी किसानों के जीवन में सीधे बदलाव लाने का काम करते हैं।
कुछ वर्षों के अनुभव के बाद उम्मीदवार बैंकिंग सेक्टर में पदोन्नति पाकर सीनियर फील्ड ऑफिसर, असिस्टेंट मैनेजर (एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट) या रूरल डेवलपमेंट ऑफिसर (RDO) के पदों तक पहुंच सकते हैं। इसके अलावा, वे सरकारी विभागों, कृषि वित्तीय संस्थानों, एनजीओ, माइक्रोफाइनेंस कंपनियों और निजी बैंकों में भी नौकरी पा सकते हैं।
कृषि वित्त और ग्रामीण बैंकिंग में अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों के लिए आगे चलकर कृषि सलाहकार, नीति विशेषज्ञ या प्रोजेक्ट मैनेजर बनने के अवसर भी उपलब्ध रहते हैं। इस प्रकार यह पद न केवल आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है, बल्कि सामाजिक सेवा और पेशेवर संतुष्टि दोनों देता है।

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